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राष्ट्रीय प्रेस दिवस 16 नवंबर 2023: सतत जागरूकता की ओर मिडिया की महत्वपूर्ण भूमिका | National Press Day 16 November 2023: Important role of media towards continuous awareness

राष्ट्रीय प्रेस दिवस 16 नवंबर 2023: सतत जागरूकता की ओर मिडिया की महत्वपूर्ण भूमिका | National Press Day 16 November 2023: Important role of media towards continuous awareness

Introduction

राष्ट्रीय प्रेस दिवस, जो हर साल 16 नवंबर को मनाया जाता है, मीडिया और पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका को मानने का एक शानदार मौका है। इस दिन का चयन भारतीय पत्रकारिता के पिता, पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के रूप में हुआ है, जिन्होंने मीडिया के महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में अपनी उपस्थिति को अभिवादन किया। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम जानेंगे कि राष्ट्रीय प्रेस दिवस 2023 के दिन मीडिया और पत्रकारिता किस प्रकार से हमारे समाज में जागरूकता फैलाते हैं और हमें सूचना की विशेषता क्यों मनानी चाहिए।


राष्ट्रीय प्रेस दिवस: एक समारोह का आयोजन

राष्ट्रीय प्रेस दिवस 16 नवंबर 2023: सतत जागरूकता की ओर मिडिया की महत्वपूर्ण भूमिका

राष्ट्रीय प्रेस दिवस 16 नवंबर को पूरे देश में एक समारोह के रूप में मनाया जाता है, जिसमें सम्मानित पत्रकारों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है। इस दिन विभिन्न बैठकों, सेमिनारों और विचार-विमर्शों का आयोजन होता है जो मीडिया के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करते हैं। यह एक अवसर है जब हम अपने समाज में सूचना के महत्व को समझने के लिए एक सामाजिक जागरूकता बढ़ा सकते हैं और मीडिया के साथ सजीव संवाद का हिस्सा बन सकते हैं।


पत्रकारिता की रूपरेखा


राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर हमें यह याद दिलाया जाता है कि पत्रकारिता एक बहुमुखी रोoprdहा है जो समाज, राजनीति, और सांस्कृतिक मुद्दों पर चर्चा करने का मंच प्रदान करती है। पत्रकारिता का कार्य सिर्फ सूचना प्रदान करना नहीं होता, बल्कि इसकी मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और समाज में साकारात्मक परिवर्तन लाना होता है। इसमें रिपोर्टिंग, लेखन, और समाचार संबंधित गतिविधियां शामिल होती हैं जो लोगों को उनके आसपास के घटनाक्रमों के बारे में सूचित करती हैं।


पत्रकारों की संघर्षशील जिम्मेदारी


राष्ट्रीय प्रेस दिवस के दिन, हमे पत्रकारों की संघर्षशील जिम्मेदारी के प्रति भ


ी गौरव महसूस होता है। वे अक्सर अज्ञात खतरों का सामना करते हैं, सच्चाई की खोज में होते हैं और समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य करते हैं। इन पत्रकारों की संघर्षशीलता और सहस को हमें सच्ची प्रेरणा देती है, और इसे यहां यात्रा कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा। उन्होंने जिस तरह से समाज की समस्याओं को उजागर किया है, वह अद्भुत है और उन्हें इसके लिए हम सभी को सलामी देनी चाहिए।


डिजिटल मीडिया का महत्व


राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर बात करते हुए, हमें यह याद रखना चाहिए कि आजकल का मीडिया अब सिर्फ समाचारपत्र और टीवी चैनलों से ही सीमित नहीं है, बल्कि इंटरनेट के आगमन ने हमें नए दृष्टिकोण प्रदान किए हैं। डिजिटल मीडिया ने समाचार की पहुंचको विशेष रूप से बढ़ा दिया है, जिससे लोग अब अपने मोबाइल फोन, लैपटॉप या टैबलेट के माध्यम से समाचार से जुड़े रह सकते हैं। इससे नए पत्रकारिता के मॉडल और उपायों की उत्पत्ति हुई है, जिसने जनता को समाचार की ताजगी से अवगत किया है।


सोशल मीडिया का योगदान


राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर, हमे यह समझना चाहिए कि सोशल मीडिया कैसे एक महत्वपूर्ण रूप से हमारे समाज में सूचना का स्रोत बन चुका है। यह एक सामाजिक मंच की भूमिका नहीं बना है, बल्कि यह एक समाचार स्रोत के रूप में भी कार्य करता है। लोग अब तकनीकी साधनों के माध्यम से अपने विचारों और समाचार को साझा कर सकते हैं, जिससे सूचना का दौर महसूस होने लगा है। सोशल मीडिया ने समाचार को आम लोगों तक पहुंचाने में बहुत बदलाव किया है और इससे हम अब तक अवगत नहीं हो सकते कि कौन-कौन से महत्वपूर्ण घटनाएँ हो रही हैं और उनका क्या प्रभाव हो सकता है।


पत्रकारिता का भविष्य


राष्ट्रीय प्रेस दिवस का सामाप्त होने पर, हमें यह सोचने का समय मिलता है कि पत्रकारिता का भविष्य कैसा होगा। डिजिटल युग में, हमें यह समझना होगा कि हमारे समाचार और जानकारी का स्रोत कैसे बदल रहा है और हमें इस

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